Jabalpur veterinary university: वेटरनरी के विद्यार्थी अब मेपकॉस्ट के साथ मिलकर करेंगे शोध

Jabalpur veterinary university: वेटरनरी के विद्यार्थी अब मेपकॉस्ट के साथ मिलकर करेंगे शोध


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JABALPUR VETERINARY UNIVERSITY : मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के बीच एमओयू साइन होने के साथ ही शोध कार्य शुरू हो गया है। By SUNIL DAHIYA Edited By: SUNIL DAHIYA Publish Date:


Fri, 02 Apr 2021 03:14:33 PM (IST) Updated Date: Fri, 02 Apr 2021 03:14:33 PM (IST) जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। वेटरनरी विश्वविद्यालय के छात्रों को शोध कार्य में मदद करने के लिए


विश्वविद्यालय प्रशासन ने कई संस्थानों के साथ एमओयू साइन किए हैं । इस कड़ी में विश्वविद्यालय ने मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (मैपकास्ट) के साथ मिलकर एक एमओयू साइन किया, जिसकी मदद


से प्रयोगशाला मैं नए शोध कार्य करने में मदद मिलेगी। नए नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विज्ञान विवि और मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के बीच एमओयू साइन होने के साथ ही शोध कार्य शुरू हो


गया है। इस एमओयू से वेटरनरी विवि के शोध विद्यार्थी और विज्ञानी मैपकास्ट की आधुनिक लैब और अनुभवियों की मदद लेकर अपना शोध कार्य करेंगे। इतना ही नहीं मैपकास्ट भी विवि में चल रहे अनुसंधानों की


मदद से अपने कार्यक्षेत्र का दायरा बढ़ाएगा। विवि और मैपकास्ट के बीच एमओयू साइन: वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एसपी तिवारी ने बताया कि वेटरनरी विवि और मैपकास्ट के बीच एमओयू साइन किया


गया, इस एमओयू की मदद से दोनों संस्थानों को भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए शोध कार्य कर उन्हें उनके उपयोगकर्ता तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। अभी शोध कार्य चल रहे हैं लेकिन उन्हें बड़े स्तर पर


ले जाने के लिए एमओयू साइन होना जरूरी था। इस एमओयू की मदद से विद्यार्थियों को अपने शोध कार्य करने में भी मदद मिलेगी। अनुसंधानों को आगे बढ़ाने पर चर्चा: एमओयू साइस होने के दौरान विज्ञान भवन


में मैपकास्ट के महानिदेशक डॉ.अनिल कोठारी से भावी योजनाओं की चर्चाएं की गई। इस दौरान विवि और मैपकास्ट में चल रहे अनुसंधानों को आगे बढ़ाने के साथ विवि के विद्यार्थियों को शोध करने में मदद देने


जैसी भावी योजनाओं पर काम करने के लिए विस्तार से चचार्एं हुई। इस अवसर पर मैपकास्ट के कार्यकारी संचालक तस्त्रीम हबीब, मुख्य विज्ञानी डॉ.राकेश आर्य, वरिष्ठ प्रधान विज्ञानी डॉ.राजेश शर्मा और


विवि प्रकोष्ठ के प्रमुख डॉ. प्रवीण दिघर्रा मौजूद रहे।