
Mp: स्पीकर के बाद अब उपाध्यक्ष पद पर भी टूटी परंपरा, कांग्रेस से हिना और bjp से देवड़ा मैदान में
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मध्य प्रदेश विधानसभा में अध्यक्ष पद को लेकर बवाल के बाद अब गुरुवार को उपाध्यक्ष का चुनाव होना है। इसके लिए सदन में मौजूदा सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस की तरफ से उपाध्यक्ष के लिए प्रदेश के सबसे
युवा विधायकों में शुमार हिना कांवरे ने नामांकन किया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी की तरफ से इस पद के लिए पूर्व मंत्री जगदीश देवड़ा ने नामांकन दाखिल किया है। फिर टूटी विधानसभा की परंपराः
गौरतलब है कि अब तक परंपरा के हिसाब से यह पद विपक्ष को दिया जाता है लेकिन अध्यक्ष पद पर दशकों बाद विपक्ष (भाजपा) की तरफ उम्मीदवार खड़ा करने के बाद सत्ताधारी कांग्रेस ने उपाध्यक्ष पद के लिए भी
उम्मीदवार खड़ा किया है। इसे दोनों दलों के बीच बढ़ते टकराव के तौर पर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि पहले प्रोटेम स्पीकर ने नियमों का हवाला देकर कांग्रेस उम्मीदवार एनपी प्रजापति को बिना चुनाव
के ही स्पीकर घोषित कर दिया था। बाद में भाजपा के हंगामे के बाद मतदान हुआ तो कांग्रेस को 120 वोट मिले। उभरते नेताओं में शुमार हैं हिनाः मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे
दिवंगत लिखिराम कांवरे की बेटी हिना कांवरे राज्य के सबसे युवा विधायकों में शुमार है। लांजी विधानसभा से वे दूसरी बार चुनी गई हैं। हाल ही में उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता भी बनाया गया
है। रोचक बात यह है कि उनके पिता भी परिवहन मंत्री थे और उनके खिलाफ खड़े हुए देवड़ा भी परिवहन मंत्री रह चुके हैं। अनुसूचित जाति के बड़े नेता हैं देवड़ाः 1990 में पहली बार विधायक बने जगदीश
देवड़ा 1993, 2003, 2008, 2013 और 2018 में भी विधायक चुने गए। उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान तीनों की सरकार में मंत्री बने देवड़ा ने गृह, परिवहन और जेल जैसे महत्वपूर्ण विभागों की
जिम्मेदारी संभाली है। उन्हें अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले मध्य प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेताओं में शुमार किया जाता है। किसान आंदोलन पर हुए बवाल की शुरुआत वाला क्षेत्र इन्हीं के विधानसभा
क्षेत्र में आता है। इसके बावजूद उन्होंने अच्छे अंतर से चुनाव जीता।