
अवैध शराब की छापेमारी करने गई पुलिस के साथ हुई नोकझोंक, एक गिरफ्तार - noose held with police who went to raid illegal liquor, one arrested - jharkhand seraikela general news
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संवाद सूत्र, खरसावां : रविवार की रात आठ बजे खरसावां थाना क्षेत्र के असुरा गांव में अवैध शराब होने के संदेह में पुलिस की टीम एक घर में छापेमारी करने पहुंची थी। पुलिस जैसे ही संबंधित घर के
अंदर घुसी, घर वाले अक्रोशित हो गए। इस दौरान पुलिस व घर वालों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। ग्रामीणों ने बताया कि छापेमारी करने आई टीम में एक महिला अधिकारी समेत कुछ जवान सादे वर्दी में थे। सादे
वर्दी में महिला पुलिस अधिकारी को ग्रामीण नहीं पहचान नहीं सके और महिला पुलिस के साथ घर वालों की नोकझोंक हो गई। हालांकि छापेमारी के दौरान पुलिस टीम को घर के अंदर अवैध शराब नहीं मिली। परंतु
पुलिस के साथ नोकझोंक करने के मामले में फूरती लाल महतो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद न्यायिक प्रक्रिया पूरी कर उसे जेल भेज दिया गया। ग्रामीणों ने इस कार्रवाई का विरोध कर गिरफ्तार
फूरती लाल महतो को निर्दोष बताते हुए रिहा करने की मांग की। इसके बाद ग्रामीणों ने सोमवार की दोपहर लगभग एक बजे ग्रामीणों ने फूरती लाल महतो को रिहा करने की मांग को लेकर सरायकेला-खरसावां मुख्य
मार्ग को असुरा हरि मंदिर के समीप जाम कर दिया। ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर लकड़ी का पट्टा व बल्ला लगा कर पूरी तरह आवागमन ठप कर दिया। सड़क जाम करने की सूचना मिलते ही खरसावां सीओ मुकेश मछुआ,
सरायकेला के पुलिस निरीक्षक आलोक दुबे, थाना प्रभारी प्रकाश रजक, सरायकेला थाना प्रभारी मनोहर कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। सीओ व थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि किसी
निर्दोष पर कार्रवाई नहीं की जाएगी। इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क मार्ग से जाम हटाया। इस दौरान लगभग साढ़े चार घंटे तक सरायकेला-खरसावां मार्ग जाम रहा। लगभग साढ़े पांच बजे ग्रामीणों ने
सरायकेला-खरसावां मुख्य सड़क को जाम मुक्त किया। सड़क जाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। लोगों को काफी परेशानी हुई। ग्रामीणों ने कहा, निर्दोष है फूरती लाल महतो : असुरा के ग्रामीणों ने कहा
कि फूरती लाल महतो निर्दोष है। उसके घर में शरीब की बिक्री नहीं होती है। वह गम्हरिया के एक कंपनी में मजदूरी का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। जांच के नाम पर घर के सामानों को बिखेर
दिया गया। मारपीट भी की गई। निर्दोष को जेल भेज दिया गया। ग्रामीणों ने पूरे मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की। पूरे मामले की होगी जांच : बीडीओ मुकेश मछुआ व थाना प्रभारी
प्रकाश रजक ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि इस मामले की जांच की जाएगी। ग्रामीणों की ओर से जो बातें रखी गई हैं उसकी भी जांच की जाएगी। इस मामले में हर पहलू की जांच होगी। किसी निर्दोष पर कोई
कार्रवाई नहीं की जाएगी।