बच्चे ही लिरिसिस्ट बच्चे ही सिंगर
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BY: INEXTLIVE | Updated Date: Tue, 08 Dec 2015 07:41:23 (IST) -पर्यावरण बचाने के लिए बच्चों ने लिखे गीत -कम्पोजर सिंगर, लिरिसिस्ट के तौर बच्चों ने दी अनोखी प्रस्तुति LUCKNOW : यहां बच्चे
राइटर थे, कम्पोजर थे, सिंगर थे और परफार्मर थे। मंच पर न तो उन्हें किसी म्यूजीशियन की जरूरत थी और न ही किसी बालीवुड सांग की। सबकुछ उनका अपना था सिवाए दर्शकों की तालियों के। छह स्कूल हुये
शामिल मंडे को गांधी भवन में रिदम द थीम म्युजिकल इवेंट हुआ जिसमें बच्चों ने गो ग्रीन थीम के तहत गाने लिखे, गाए और साथ-साथ म्युजिक भी कम्पोज किए। पर्यावरण बचाने के लिए बच्चों का ये अनोखा
प्रयास था। जिसमें इंडियन और वेस्टर्न दो चरणों मे प्रतियोगिता हुई। इस कम्पटीशन में 6 स्कूलों ने पार्टिसिपेट किया। इसमें ला मार्टिनीयर, सीएमएस, जयपुरिया, सेंट डोमिनिक, समेत अन्य स्कूल रहे।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मेयर दिनेश शर्मा ने शिरकत किया। चाहत है हरियाली की इंडियन थीम में कार्यक्रम की शुरुआत 'चाहत है हरियाली की' से हुआ जो कि एक सोलो सांग था.दूसरी
प्रस्तुती ग्रुप परफार्मेस थी जिसमें बच्चों ने 'आओ मिलकर करे प्रयास' गीत गाया। इसके अलावा चलो इस धरती को स्वर्ग बनाएं, और हरी भरी हरितियां गीत की प्रस्तुति हुई। वेस्टर्न थीम के
अंतर्गत 'लीव ऑफ नेचर' लेट्स मेक अ चेंज और 'वेक अप' सांग प्रस्तुत किए गए। समय-समय पर हों ऐसे कार्यक्रम बच्चों की इस सुंदर प्रस्तुति पर मेयर दिनेश शर्मा ने कहा कि हरियाली
बचाने के लिए बच्चों का ये अनोखा प्रयास है जो काफी सराहनीय है। ऐसे कार्यक्रम समय समय पर होने चाहिए ताकि लोगों मे जागरुकता फैले। ऐसे कार्यक्रमों से जागरुकता के साथ साथ बच्चों की स्किल भी डेवलप
भी होगी। जैसे बच्चों के लिखे गीत सराहनीय है। वहीं मौजूद दर्शकों ने हर प्रस्तुति पर जम कर तालियां बजाई।